Shani amavas ka mahatwa in hindi, कैसे छुटकारा पायें शनि के बुरे प्रभाव से, शनि अमवस्या को क्या करे सफलता के लिए?, शनि के टोटके, शनि पीड़ा से मुक्ति के उपाय.
![]() |
Shani amvasya significance in hindi |
हिन्दू परंपरा के अनुसार शनि अमवस्या का बहुत अधिक महत्तव है. इस दिन पवित्र नदियों के किनारे मैले जैसा वातावरण हो जाता है, लोग पवित्र नदियों में स्नान करते है और नदी तट पर ही पूजा पाठ आदि करते हैं कृपा प्राप्त करने के लिए. इस दिन पितृ शांति की पूजा होती है, काले जादू से मुक्ति हेतु भी ये दिन विशेष महत्तव रखता है, नजर दोष, उपरी हवा से बचाव के लिए भी इस दिन विशेष क्रियाये की जाती है. इस दिन शनि पूजा का भी बहुत लाभ मिलता है. इसी कारण शनिवार को पड़ने वाले अमावस्या का बहुत अधिक महत्तव होता है.
तंत्र के हिसाब से भी ये दिन ख़ास महत्तव रखता है. जानकार लोग इस दिन शक्ति प्राप्त करने हेतु विशेष साधना करते हैं. नकारात्मक विचारो से ग्रस्त लोग इस दिन लोगो को नुक्सान पहुचाने हेतु क्रियाएं करते हैं अतः ये जरुरी है की सावधानी बरती जाए.
अगर किसी जातक के कुंडली में ग्रहण योग है या फिर शनि नीच का है तो ऐसे में उनको इस दिन बहार नहीं निकलना चाहिए और पूजा पाठ में दिन रात बिताना चाहिए. राक्षस गण वालो को भी सावधानी बरतनी चाहिए. जिनकी कुंडली में ग्रहों का बल कम हो उन्हें भी इस दिन ज्यादा घूमना नहीं चाहिए. शनि अमावस्य को कोई नया कार्य आरम्भ न करे.
शनि अमावस्या से डरने की जरुरत नहीं है अपितु ये एक ख़ास दिन है जब हम देविक कृपा आसानी से प्राप्त कर सकते हैं अतः इस दिन श्रद्धा और विश्वास से पूजा पाठ करना चाहिए.
आइये अब जानते हैं की किनके लिए शनि अमावस्या को किनके लिए पूजा सबसे ज्यादा लाभदायक सिद्ध हो सकती है?
मेरे अनुभव के अनुसार कुछ लोगो को तो ये अवसर बिलकुल भी नहीं गंवाना चाहिए.
- अगर कुंडली में शनि ख़राब है तो इस शनि अमावस्या को शनि शांति जरुर करना चाहिए. इस दिन उपवास रखके शनि की वस्तुओ का दान करना भी अच्छा रहेगा.
- शनि का दान उन जातको को नहीं करना चाहिए जिनके कुंडली में शनि शुभ है.
- अगर कुंडली में पितृ दोष बन रहा है तो भी शनि अमावस्या को पितृ शांति हेतु अनुष्ठान करना चाहिए.
- अगर कोई काले जादू से ग्रस्त है तो इस दिन विशेष पूजा द्वारा मुक्ति संभव है .
- शनि की साड़े साती या धैया के कारण अगर जीवन अस्त व्यस्त हो रहा हो तो भी इस दिन पूजा करनी चाहिए.
- अगर कुछ भी समझ न आ रहा हो , सब तरफ से रास्ते बंद नजर आ रहे हो तो शनि अमवस्या को उतरा करके अपने इष्ट का पूजा पाठ करे और प्रार्थना करे , बहुत लाभ होगा.
आइये जानते है एक बहुत ही आसान तरीका शनि पूजा करने का:
- सबसे पहले सुबह जल्दी उठे और दैनिक क्रियाओं से निवृत्त हो ले.
- अब आसन बिछा के संकल्प ले की आज आप जो पूजा कर रहे है वो आप अपनी परेशानियों से मुक्ति हेतु करने जा रहे है .
- अब शनि देव, शनि यन्त्र के सामने धुप , दीप लगा दे, नैवेद्य अर्पित करे. शनि की कुछ चीजे भी सामने रख दे.
- अब कम से कम 11000 (ग्यारह हजार) शनि मंत्रो का जप करे श्रद्धा और विश्वास से और प्रार्थना करे परेशानियों से मुक्ति हेतु.
- अब जो चीजे आपने दान करने के लिए राखी थी उन्हें ले जाकर जरुरतमंदों को दे दे.
इस प्रकार से आप बहुत आसानी से अपने परेशानियों से मुक्ति पा सकते हैं. तो घबराए नहीं एक कदम उठाये अपने स्वर्णिम जीवन की और.
हम पूजा कर सकते हैं ऋण से मुक्ति हेतु.
हम पूजा कर सकते हैं व्यापार में आने वाले रूकावटो को दूर करने हेतु.
हम पूजा कर सकते हैं अपने संबंधो को मजबूत करने हेतु.
संतान समस्या को दूर करने हेतु भी ये दिन शुभ है.
बुरी से मुक्ति हेतु भी ये दिन शक्तिशाली है.
तो शनि अमावस्या को करिए अनुष्ठान अपने कष्टों से मुक्ति हेतु, पाइए पितरो की कृपा, शनि देव की कृपा.
अगर आप अपने कुंडली के हिसाब से जानना चाहते हैं की कौन से पूजा आपके लिए उपयुक्त है , कौन सी पूजा आपके लिए शुभ है, कौन सा रत्न चमका सकता है आपका भाग्य तो आप संपर्क कर सकते हैं ज्योतिष से.
और सम्बंधित लेख पढ़े :
Shani amavas ka mahatwa in hindi, कैसे छुटकारा पायें शनि के बुरे प्रभाव से, शनि अमवस्या को क्या करे सफलता के लिए?, शनि के टोटके, शनि पीड़ा से मुक्ति के उपाय.